बर्फबारी से अवरुद्ध जनजातीय क्षेत्र लाहौल में जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है। सोमवार को केलांग बस अड्डे से एसडीएम ने बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है। 87 दिन बाद बस सेवा बहाल होने से घाटी के लोगों को बड़ी राहत मिली है। पहले चरण में घाटी के तीन मुख्य मार्गों पर बस को चलाया जा रहा है। जिला लाहौल-स्पीति की लाहौल घाटी में आज से आंतरिक बस सेवा को बहाल कर दिया गया। उपमंडलाधिकारी नागरिक केलांग अमर नेगी ने घाटी के विभिन्न आंतरिक रूटों पर चलने वाली बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
अमर नेगी ने कहा कि अभी केलांग से उदयपुर, केलांग से कोकसर रूट की बस को शूलिंग गांव तक और केलांग-दारचा बस सेवा को बहाल किया गया है। इससे घाटी के लोगों को राहत मिली है। उन्होंने कहा कि बीआरओ ने बर्फ के बीच सड़कों को यातायात के लिए बहाल कर दिया है। एचआरटीसी केलांग डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक मंगल चंद मनेपा ने कहा सड़कों के बहाल होते ही घाटी के लोगों को राहत प्रदान करने के लिए निगम ने बस सेवा आरंभ करने का फैसला लिया था।
शनिवार और रविवार को निगम के अधिकारियों ने घाटी की मुख्य सड़कों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान परिस्थितियां बस सेवा बहाल करने के अनुकूल पाई गईं। सोमवार को केलांग एसडीएम ने निगम की बसों को रवाना किया। इस अवसर पर नायब तहसीलदार होशियार सिंह, ग्राम पंचायत केलांग दोरजे उपासक उपस्थित रहे। बस सेवा शुरू होने से लोगों में खुशी है।